बार एसोसिएशन की मांग पर जब तक शासन – प्रशासन लिखित आश्वासन नहीं देता आन्दोलन जारी रहेगा : मनमोहन कंडवाल

न्यायालय में औरों को न्याय दिलाने वाले एडवाकेटस देहरादून में खुद न्याय पाने के लिए सप्ताह भर से सडक पर उतर कर आन्दोलन करने के लिए बाध्य है।
एडवाकेट्स का यह आन्दोलन उनके बैठने के स्थान चैम्बरों के अलाटमेंट को लेकर है। एडवाकेट्स की इस मांग को बार एसोसिएशन देहराूदन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तक ले गयी। रविवार को बार एसोसिएशन देहरादून का प्रतिनिधि मंडल अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल और महामंत्री राजवीर के नेतृत्व में राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल के साथ मुख्यमंत्री से मिला और अपनी मांगों के बारे में बताया। मुख्यमंत्री ने एडवोकेट्स की समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दिया। इसके बाद जिलाधिकारी सविन बंसल ने एडवोकेट्स की मांगों को मानते हुए बार के पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि उन्हें कोई नहीं हटा रहा है और समस्याओं का समाधान करके ही कोई निर्णय लिया जाएगा लेकिन आन्दोलन कर एडवोकेट चाहते है कि शासन प्रशासन लिखित आश्वासन दे।
दरअसल देहरादून की पुरानी कचहरी परिसर को सरकार ने दून अस्पताल को दे दिया है जिसके बाद एडवाकेटस की परेशानी बढ गयी है। पुरानी कोर्ट के सामने ही हरिद्वार रोड पर नये न्यायालय भवन का निर्माण हो चुका है लेकिन अभी तक वहां एडवाकेटस को चैम्बर के लिए स्थान नहीं मिला जबकि पुरानी कचहरी परिसर को दून अस्पताल को दिए जाने के बाद वहां अस्पताल परिसर के विस्तार की कार्यवाही जा रही है। बताते है कि एक दिन तो वहां एडवाकेट के चैम्बर और दूसरे पुराने निर्माण को हटाने के लिए मज्दूरों के टैंट भी गड गए थे जिसकी भनक लगते ही एडवाकेट्स ने बार एसोसिएशन के नेतृत्व में इसके विरोध में हडताल शुरू कर दी। देहरादून के एडवाकेट्स करीब एक सप्ताह से रोजाना दोपहर 2 बजे तक अपने कार्य से विरत रह कर हडताल कर रहे है। वे हरिद्वार रोड पर नयी कचहरी के समक्ष सडक पर बैैैैठकर बडी शालीनता से विरोध प्रकट कर रहे है। आज मंगलवार को पूरे दिन की हड़ताल रही।
जब हमने इस बारे में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि अभी देहरादून की पुारनी कचहरी में जो चैम्बर मिले हुए हैं, उनमें करीब एक हजार के आसपास एडवाकेट बैठते है जबकि यहां करीब पांच हजार से अधिक एडवाकेट कार्यरत है। इसके अलावा हजारों की संख्या टाइपिस्ट, स्टाम्प वेंडर आदि भी कचहरी परिसर में खुले आसमान के नीचे अपनी रोजी रोेटी चला रहे है।
बार एसोसिएशन अध्यक्ष का कहना है कि कचहरी में रोजाना 20-25 हजार लोग अपने वादों की पैरवी के लिए आते हैं उनके बैठने- उठने के लिए भी कोई उचित स्थान नहीं हैं।
बार एसोसिएशन अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल का कहना है कि जब तक एडवाकेटस की समस्याओं को हल नहीं किया जाता और उनकी मांगों को पूरा करने का लिखित आश्वासन नहीं मिलता, तब तक आन्दोलन जारी रहेगा।
